भरेगा कब पेट दोनों का ये पापी पेट का सवाल है। भरेगा कब पेट दोनों का ये पापी पेट का सवाल है।
रह -रह के मुठियाँ जोश से भर रहीं है क्रोध बड़ा, मत इतना ताप दो। रह -रह के मुठियाँ जोश से भर रहीं है क्रोध बड़ा, मत इतना ताप दो।
अक्सर करता है इन्सान घमंड, जब पाता है दौलत और शौहरत, पर समझता नहीं है वो ये बात कि, अक्सर करता है इन्सान घमंड, जब पाता है दौलत और शौहरत, पर समझता नहीं है वो य...
एक कठिन समय की शुरूआत हुई थी 1757 में, हार गया सिराज-उद-दौलह, जो युद्ध हुआ पलासी में। एक कठिन समय की शुरूआत हुई थी 1757 में, हार गया सिराज-उद-दौलह, जो युद्ध हुआ पल...
यह जीवन भी है कैसा यहां इंसान को चाहिए है हरदम पैसा, पैसे की खातिर इंसान बन गया हैवान यह जीवन भी है कैसा यहां इंसान को चाहिए है हरदम पैसा, पैसे की खातिर इंसान ब...
रंगों को मज़हब का नाम मत दो , नफरतों का यू तुम पैग़ाम मत दो । रंगों को मज़हब का नाम मत दो , नफरतों का यू तुम पैग़ाम मत दो ।